शिक्षा का भविष्य: आने वाले दौर का खाका

punjabkesari.in Thursday, Dec 14, 2023 - 05:05 PM (IST)

शिक्षा का भविष्य: आने वाले दौर का खाका

Sterlite EdIndia Foundation के प्रमुख Antony 25 वर्षों से अधिक समय से शिक्षा एवं विकास के क्षेत्र में कार्यरत हैं. इस दौरान वे Bharti Foundation, Save the Children, UNICEF, और Sight Savers International जैसी संस्थाओं से जुड़े रहे हैं। वर्तमान में Sterlite EdIndia Foundation के प्रमुख होने के साथ-साथ Antony अमेरिकी चैरिटी संगठन द्वारा नामित Global Goodwill Ambassador हैं और World Teen Parliament के सलाहकार भी हैं। शैक्षिक पत्र-पत्रिकाओं में नियमित लेखन के साथ-साथ Antony ने कौशल शिक्षण दृष्टिकोण को बढ़ावा देने के उद्देश्य से एक किताब “The Skills Edge” भी लिखी है।

अनिश्चितता ही भविष्य है! 
आज की दुनिया अभूतपूर्व चुनौतियों से जूझ रही है. हम अनेकों अनिश्चितताओं से घिरे हुए हैं। वैश्वीकरण और तकनीकी विकास की तीव्र गति ने नए सामजिक, आर्थिक और पर्यावरणीय मुद्दे पैदा किए हैं जो हमारे जीने के पारंपरिक तरीकों को चुनौती दे रहे हैं। साथ-ही-साथ इसी वैश्वीकरण एवं तकनीकी विकास ने हमारे लिए नवाचार के अनेकों नए अवसर भी पैदा किए हैं और नए रास्ते खोले हैं। 

आने वाले दौर में अनिश्चितता का बने रहना लगभग निश्चित है। इस अनिश्चितता से परेशान होने की बजाय हमें यह सोचना चाहिए कि आने वाली पीढ़ी को इन अनिश्चितताओं का सामना करने के लिए कैसे तैयार करें। क्या हम 2024 के अपने छात्रों को जो 2040 में वयस्क होंगे, उस समय पैदा होने वाली नई नौकारियों, चुनौतियों और विकसित होने वाले नई तकनीक का सामना करने के लिए तैयार करने में सक्षम हैं? इस तरह के अनिश्चित भविष्य का सामना करने के लिए उनके अंदर उत्सुकता, आलोचनात्मक चिंतन, कल्पनाशीलता, लचीलापन तथा आत्म-नियंत्रण जैसे जीवन कौशलों का विकसित होना जरूरी है। उन्हें अपने से भिन्नलोगों, विचारों, संस्कृति, दृष्टिकोण आदि के प्रति खुलापन औरं उनका सम्मान करना सीखना पड़ेगा। मुश्किल परिस्थितियों में और शुरुआती असफलता के बावजूद चुनौतियों से जूझने और आगे बढ़ने का हौसला रखना होगा। उन्हें अपने आस-पास के लोगों – मित्र, माता-पिता, परिवारजन और स्थानीय समुदाय के प्रति संवेदनशील होने की जरूरत होगी।


भविष्य के इन जीवन कौशलों को विकसित करने के लिए शिक्षा सबसे सशक्त और प्रभावशाली माध्यम है। अपने आप को लगातार परिमार्जित करती रहने वाली प्रगतिशील शिक्षा ही आने वाले पीढ़ी को इस अनिश्चितता के दौर के लिए तैयार कर सकती है ताकि वे स्वयं भी बेहतर जीवन जी सकें और दूसरों के जीवन को भी बेहतर बनाने में अपना योगदान दे सकें। ऐसी शिक्षा व्यवस्था को सुनिश्चित करने के लिए हमें दो महत्वपूर्ण प्रश्नों के उत्तर ढूँढने पड़ेंगे: 
● इस अनिश्चित भविष्य का सामना करने कि लिए छात्रों को किन ज्ञान, कौशल, प्रवृति और मूल्यों की जरूरत होगी? 
● शिक्षा व्यवस्था उन ज्ञान, कौशल, प्रवृति और मूल्यों को कैसे प्रभावशाली तरीके से विकसित कर सकती है?  


राष्ट्रीय शिक्षा नीति (2020) के अनुसार, “एक अच्छी शैक्षणिक संस्था वह है जिसमें प्रत्येक छात्र का स्वागत किया जाता है और उसकी देखभाल की जाती है, जहां एक सुरक्षित और प्रेयरणादायक शिक्षण वातावरण मौजूद होता है, जहां सभी छात्रों को सीखने के लिए विविध प्रकार के अनुभव उपलब्ध कराए जाते हैं और जहां सीखने के लिए अच्छे बुनियादी ढांचे और उपयुक्त संसाधन उपलब्ध


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News Editor

Deepender Thakur

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