महानगरों से लेकर द्वितीय श्रेणी के शहरों तक हाई-एंड घरों का आकार बदल रहा है: अमित मसलदान
punjabkesari.in Monday, May 13, 2024 - 12:59 PM (IST)
भारत में रियल एस्टेट का मौजूदा परिदृश्य महत्वपूर्ण बदलाव के दौर से गुज़र रहा है, जहां विशालता, लक्ज़री और रणनीतिक स्थिति जैसे कारक मार्केट डायनेमिक्स को प्रभावित करने में प्रमुख भूमिका निभा रही हैं। उत्तम श्रेणी की सुविधाओं से सुसज्जित आलीशान घरों की मांग, खास तौर पर प्रमुख शहरी इलाकों में, देश में हाई-एंड रियल एस्टेट के परिदृश्य को नया आकार दे रही है।
एक ध्यान देने योग्य ट्रेंड ज्यादा स्पेस वाले घरों की ओर बढ़ता झुकाव है, खास तौर पर तीन या अधिक बेडरूम वाले घरों की ओर। आज के घर केवल बड़े आकार के नहीं होते है; वे स्टेटमेंट भी देते हैं। घर खरीदने वाले लोग विशाल लिविंग स्पेस की ओर तेज़ी से आकर्षित हो रहे हैं, जो भव्यता और आराम को प्राथमिकता देने वाली जीवनशैली की ओर बढ़ते रुझान का संकेत है।
साल 2024 एक ऐतिहासिक दौर बनने की ओर अग्रसर है, जहां ज्यादा स्पेस वाले घरों की मांग बढ़ गई है, हाई-एंड अपार्टमेंट्स पर ध्यान दिया जा रहा है, और टियर II शहरों के रेंटल मार्केट में महत्वपूर्ण वृद्धि देखी गई है। विशेष रूप से, 3+बीएचके अपार्टमेंट्स की मांग तेज़ी से बढ़ रही है, जो दर्शाता है कि अधिक विशाल लिविंग स्पेस को ज्यादा प्राथमिकता दी जा रही है। बड़े बिल्ड-अप एरिया की मांग में वृद्धि आरामदायक और विशाल आवासों के महत्व पर ज़ोर देते हुए, लक्ज़री जीवन पर विकसित होते परिप्रेक्ष्य को दर्शाती है।
यह उम्मीद है कि 2024 में लक्ज़री अपार्टमेंट सेंटर स्टेज पर रहेंगे, विशेष रूप से 1-2 करोड़ रुपये और उससे अधिक कीमत के। 2023 में, इस सेगमेंट में ऑनलाइन प्रॉपर्टी सर्च वॉल्यूम में 7.5 गुना की उल्लेखनीय वृद्धि देखी गई, जो एक्सक्लूसिव और प्रीमियम तरीके से जीने के अनुभवों की बढ़ती इच्छा को उजागर करती है। ग्रेटर नोएडा वेस्ट, मीरा रोड ईस्ट, मलाड वेस्ट, कोंडापुर और व्हाइटफील्ड जैसे प्रमुख महानगरीय इलाके और टियर II शहर हाई-इन्टेंट घरों को खरीदने के लिए हॉटस्पॉट के रूप में उभरे हैं, जो कि उत्साहपूर्ण समुदायों और रणनीतिक स्थानों से संचालित है।
ऐसा अनुमान है कि 2024 में रेंटल मार्केट में, खास तौर पर गुरुग्राम, मुंबई, बेंगलुरु और पुणे में, महत्वपूर्ण वृद्धि का अनुभव हो सकता है। यह उछाल बैक-टू-ऑफिस कार्य नीतियों के फिर से शुरू होने के कारण देखने को मिल रहा है, जिससे किराये की संपत्तियों की मांग में वृद्धि हुई है। इसके अलावा, जयपुर, इंदौर, लखनऊ, मोहाली और वड़ोदरा जैसे टियर II शहरों में हाई-एंड जीवन शैली की ओर तेज़ी से रुझान बढ़ रहा है।
ऐसी उम्मीद है कि 2024 में, रेडी-टू-मूव-इन संपत्तियों वाली गेटेड कम्यूनिटी लक्ज़री घर खरीदने वालों की बढ़ती प्राथमिकताओं के अनुरूप, घरों की खरीदी में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगी। इन डेवलपमेंट्स द्वारा पेश की जाने वाली सुविधा, सुरक्षा और कम्यूनिटी-उन्मुख जीवनशैली समझदार खरीदारों को काफी पसंद आता है। डेवलपर्स से की जाने वाली सीधी खरीदारी रीसेल संपत्तियों की तुलना में नए प्रॉपर्टी डेवलपमेंट पर भरोसे की नई भावना का संकेत देती है।
भविष्य की मांग का एक प्रमुख इंडिकेटर, Housing.com का आईआरआईएस इंडेक्स 2024 की हाई-एंड रियल एस्टेट वृद्धि और लचीलेपन के लिए सकारात्मक दृष्टिकोण को दर्शाता है। दिसंबर 2023 में 131 अंक पर, यह अपने ऐतिहासिक शिखर के 83% पर पहुंच गया, जो आगामी महीनों में इस सेक्टर में निरंतर वृद्धि होने का संकेत देता है। 2023 के दौरान इस उद्योग में जो उल्लेखनीय वृद्धि और लचीलापन देखने को मिला है, वह न केवल महानगरों में बल्कि टियर II शहरों में भी आशाजनक 2024 का संकेत देता है।
कुल मिलाकर, भारत में रियल एस्टेट सेक्टर उपभोक्ताओं की प्राथमिकताओं और मार्केट डायनेमिक्स में एक आदर्श बदलाव के दौर से गुज़र रहा है। Housing.com की रिपोर्ट में प्रदर्शित ये ट्रेंड ज्यादा स्पेस वाले आवासों पर ज्यादा फोकस करने, हाई-एंड अपार्टमेंट की मांग में वृद्धि, और टियर II शहरों के रेंटल मार्केट में उल्लेखनीय वृद्धि पर ज़ोर देते हैं। लक्ज़री रियल एस्टेट सेगमेंट उत्साहपूर्ण इलाकों में एक्सक्लूसिव लिविंग अनुभवों का वादा करते हुए, सेंटर स्टेज ले रहा है। आईआरआईएस इंडेक्स से समर्थित, 2024 के लिए यह सकारात्मक दृष्टिकोण, इसे वृद्धि, लचीलेपन और रहने के बेहतर स्तर की ओर ले जाने वाले साल के रूप में पेश करता है।